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आज अचानक आँखे भर आई
बरसो बाद जो तेरी याद आई ।
ख़ुशी के मौकों पर एक उदासी छायी
और कठीन दौर में जब मायूसी छायी,
तकिये में मुँह छुपाकर बिलख बिलखकर रोने पर
जब दुनिया से लगने लगा डर,
तब यु आँखे नम हो गयी
क्योंकि मुझे संभालने से पहले ही तू चली गयी।
जब तुझे दुसरो के साथ हँसते देखा
पर मरे हाथों में ना थी तेरे प्यार की रेखा,
तब तेरे साथ बिताए पल याद आये
गम ओर खुशियां दोनो साथ लाये।
आज फिर तेरी खूब याद आई
सालो बिते पर जो तू एक बार गयी तो फिर कभी लौट के ना आई ।