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तोड़के बेड़ियाँ

By ketanv in Poems » Short
Updated 17:44 IST Dec 16, 2016

Views » 1521 | 1 min read

तोड़के बेड़ियाँ पैरोंसे यु चला मै

ख्वाबोंके पीछे भगा डोडा फिर मै

इन्तहा लेनेकी वक़्त ने भी है ठानी

लेकिन तूफा से लड़नेकी हिम्मत मैंने पाली.

तोड़के बेड़ियाँ पैरोंसे यु चला मै

ख्वाबोंके पीछे भगा डोडा फिर मै

आंसू पलकों तक आये फिरभी मैंने न दिखाए 

ठुकराया दुनिया ने भी फिरभी ये घाव छुपाये 

तोड़के कसमो को रस्मो को यु चला मै

ख्वाबोंके पीछे भगा डोडा फिर मै

इन्तहा लेनेकी वक़्त ने भी है ठानी

लेकिन तूफा से लड़नेकी हिम्मत मैंने पाली.

तोड़के बेड़ियाँ पैरोंसे यु चला मै.

-Ketan S Vadhavane  

 

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