खुद गिरकर भी हाथ मेरा वो थाम लिया करता है।
जालिम मेरा हमनफस, तोहीन भी सरेआम किआ करता है।
बात गलत हो मेरी, फिर भी मान लिया करता है।
दर्द मेरे वो चेहरे से ही जान लिया करता है।
फरिश्ता है वो, नमाज़ों में सलामती मेरी मांग लिया करता है।
मेरे दोस्त की सभी बातें खुदा भी मान लिया करता है।
#अमन गौतम
हमनफस ~ दोस्त
तोहीन ~ बेज़्ज़ती