क्यूँ है जो ये है ....दर्द नाफ़ानी सा ...
क्यूँ ये बहते से आँसू मेरे रुकते नहीं हैं....
क्यूँ दुशवार है मुझे ही ...मेरा इल्म साँसों का ...
क्यूँ मेरा इश्क़ तुझसे ... मुझसे ही छुपता नहीं है ...।
कि जो इल्म-ए-इश्क़ है कभ...
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28-Aug-2016 • 1629 views